अंबिकापुर। कलेक्टर कोर्ट परिसर में गुरुवार को उस वक्त हंगामे की स्थिति बन गई, जब ठेकेदार संतोष चौदहा और धर्मवीर सिंह उर्फ छोटन सिंह आमने-सामने हो गए। मामला जिला बदर की सुनवाई से जुड़ा हुआ था, जिसकी शिकायत खुद ठेकेदार चौदहा ने की थी।
दरअसल, ठेकेदार संतोष चौदहा ने कलेक्टर कोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की थी कि छोटन सिंह के खिलाफ एक दर्जन से अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, इसलिए उसे जिला बदर किया जाए। इसी मामले में गुरुवार को सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया। कोर्ट परिसर में ही दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने लगे।
धर्मवीर सिंह ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि संतोष चौदहा के साथ उसका पैसों का लेनदेन हुआ था, लेकिन अब वह झूठा आरोप लगाकर उसे जिला बदर कराने की साजिश रच रहा है। वहीं, ठेकेदार चौदहा का कहना है कि छोटन सिंह ने ठेकेदारी के दौरान फर्जीवाड़ा किया है, जिसकी शिकायत थाने में भी की गई है। शिकायत के बाद से छोटन सिंह उन्हें धमकी दे रहा है और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है।
कोर्ट परिसर में हुए इस हंगामे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि मामले की सुनवाई आगे के लिए स्थगित कर दी गई है और प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है।
धर्मवीर सिंह
संतोष चौदहा