अंबिकापुर: महादेव सट्टा एप मामले में एक नया मोड़ तब सामने आया जब सत्तीपारा निवासी सटोरी सत्यम केसरी द्वारा वायरल किए गए वीडियो ने कोतवाली थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध सट्टा कारोबार की पोल खोल दी। वीडियो में आरक्षक प्रवीण सिंह को सट्टा संचालन में संलिप्त बताया गया है, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
इधर वीडियो सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी हमलावर हो गए हैं अपने फेसबुक अकाउंट और ट्विटर हैंडल से वीडियो शेयर कर भूपेश बघेल ने सरकार पर निशाना साधा है और सवाल भी क्या है। अब ED और CBI कहा है। भूपेश बघेल के ट्वीट के बाद इस पर सियासत भी शुरू हो गई है और पुलिस की कार्यशी पर सवाल भी उठ रहा है।
इधर वीडियो वायरल होने के बाद आरक्षक प्रवीण सिंह ने कर्रवाई से बचने के लिए सुसाइड करने का प्रयास किया है। आरक्षण की हालत गंभीर बनी हुई है रविवार को आरक्षक को बेहतर इलाज के लिए रायपुर रिफर किया गया है।
भूपेश बघेल ने सरकार पर साधा निशाना
मामले ने उस वक्त और तूल पकड़ा जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए पूछा — “महादेव सट्टा जारी है। क्यों जारी है? किसका संरक्षण है? विष्णुदेव साय का या अमित शाह का? कहां है ईडी? कहां है सीबीआई?” इस ट्वीट के बाद प्रकरण ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है।
गौरतलब है कि वरायर वीडियो में यह दावा किया गया है कि प्रवीण सिंह गाढ़ाघाट क्षेत्र में सट्टा कारोबार चला रहा था। वायरल चैट्स में वह अमित मिश्रा उर्फ पहलू से इलाज के नाम पर रुपये की मांग करता दिख रहा है। इतना ही नहीं आरक्षक प्रवीण सिंह पर कई अन्य शिकायतें भी सामने आई हैं, जिनमें लोगों को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर अवैध वसूली करने का आरोप है। शिकायतें एसपी कार्यालय सहित थाने में दी गई हैं।
इस पूरे मामले ने पुलिस विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिरकार वर्दी की आड़ में सटोरियों के साथ मिलकर पुलिसकर्मी इतने सालों तक सट्टा का संचालन कैसे करता रहा। आखिर क्यों अधिकारियों को इस मामले की भनक तक नहीं लगी। जबकि इस गंभीर मसले में अब तक विभाग की ओर से ठोस कर्रवाई होती नही दिख रही है।