अंबिकापुर: सरगुजा जिले में क्रिकेट सट्टा कांड की परतें लगातार खुल रही हैं। पुलिस की सघन जांच और ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद अब तक इस मामले में कुल 13 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। शनिवार को कोतवाली पुलिस ने एक और आरोपी प्रतीक कश्यप को गिरफ्तार किया है, जिसने लाखों रुपये के लेनदेन के लिए फर्जी बैंक खाता खोला था।
जानकारी के अनुसार, आरोपी प्रतीक कश्यप, निवासी मायापुर अंबिकापुर, ने मोटी रकम के लालच में सुधीर गुप्ता और राहुल अग्रवाल उर्फ विक्की को अपना बैंक खाता उपयोग करने दिया था, जिसमें सट्टे से कमाए गए करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया। पुलिस ने जब बैंक ट्रांजेक्शन की जांच की तो उसके खाते में संदिग्ध गतिविधियां पाई गईं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह सट्टा रैकेट ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे विनबज और स्काई एक्सचेंज के ज़रिए संचालित किया जा रहा था। इसके लिए आरोपीगण द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप, फर्जी सिम, बैंक खाते, हवाला और क्रिप्टोकरेंसी जैसे माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा था।
इस पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ 13 जनवरी को तब हुआ जब साइकल स्टोर के पास एक मकान में ऑफिस सेटअप कर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा संचालित किए जाने की सूचना पर कोतवाली पुलिस और साइबर सेल की टीम ने रेड डाली। मौके से लाखों रुपये का सट्टा सामग्री और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। आगे की कार्रवाई में 12 अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें सुधीर गुप्ता, राहुल अग्रवाल, सौरभ यादव, साहिल गुप्ता, अर्जुन गुप्ता समेत कई नाम सामने आए। इस मामले की आगे की जांच जारी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार अग्रवाल के निर्देशन में चल रही इस जांच में कोतवाली थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार और साइबर सेल की टीम का विशेष योगदान रहा। पूरी कार्यवाही में एएसआई अजीत मिश्रा, विनय सिंह, अभिषेक दुबे सहित पुलिस बल के अन्य सदस्य भी सक्रिय रहे।