अंबिकापुर: सरगुजा जिले में क्रिकेट मैच में करोड़ों रुपये के ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए कोतवाली पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी सौरभ गुप्ता और अंकित गुप्ता ने अपने नाम पर फर्जी करंट अकाउंट खोलकर सट्टा राशि के अवैध लेन-देन में इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की है। मामले में अब तक कुल 12 आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं।पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार अग्रवाल के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। कोतवाली थाना और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने गहन जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई को अंजाम दिया।
ऐसे सामने आया था मामला
13 जनवरी 2025 को सरगुजा साइकिल स्टोर के सामने एक घर में क्रिकेट सट्टा खेले जाने की गुप्त सूचना कोतवाली पुलिस को प्राप्त हुई थी। सूचना के आधार पर की गई छापेमारी में सुधीर गुप्ता नामक व्यक्ति को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया था, जो घर के कमरे को “ऑफिस” में बदलकर टीवी सेटअप के जरिये ऑनलाइन सट्टा संचालन कर रहा था। साथ ही, मौके से भारी मात्रा में नगदी और सट्टा से जुड़े उपकरण जब्त किए गए थे।
पूर्व में हो चुकी हैं 10 गिरफ्तारियां
अब तक इस मामले में पुलिस ने कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें सुधीर गुप्ता, राहुल अग्रवाल उर्फ विक्की, श्रीकांत अग्रवाल, राहुल कुमार सोनी, अर्जुन गुप्ता, सौरभ यादव उर्फ भोलू, साहिल गुप्ता, अमन करारिया, सोम गुप्ता उर्फ लालू और अम्मी गिरी शामिल हैं। सभी के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिबंध अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
फर्जी खातों और मोटी रकम का हुआ था उपयोग
मामले की विवेचना के दौरान जब आरोपियों के बैंक खातों की जांच की गई, तो सौरभ गुप्ता और अंकित गुप्ता के खाते में करोड़ों रुपये का संदिग्ध लेन-देन सामने आया। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने मोटी रकम के लालच में सुधीर गुप्ता को अपना खाता सट्टा लेन-देन के लिए सौंप दिया था।
सट्टा रैकेट में हाई-टेक तरीका
पुलिस को जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आरोपीगण एक सुसंगठित गिरोह के रूप में काम कर रहे थे। इन्होंने व्हाट्सऐप ग्रुप, फर्जी सिम कार्ड, हवाला, क्रिप्टोकरेंसी और विदेशी सट्टा प्लेटफॉर्म “विनबज” और “स्काई एक्सचेंज” के माध्यम से लाखों-करोड़ों की सट्टा राशि को ट्रांसफर किया है।प्रकरण में अब तक 12 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि अन्य आरोपियों और विदेशी लिंक की जांच जारी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जल्द ही और भी लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
इस सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, आनंद गुप्ता एवं पुलिस अधिकारी कर्मचारी सक्रिय रहे।