अंबिकापुर।सरगुजा जिले में मानव तस्करी के एक बड़े अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। युवती को नौकरी का झांसा देकर उत्तरप्रदेश ले जाकर जबरन शादी कराने और दुष्कर्म की दर्दनाक कहानी सामने आई है। मणिपुर पुलिस ने इस संगीन मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए झारखंड, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला समेत तीन स्थानीय आरोपी भी शामिल हैं।
विवाह के नाम पर बेचा गया इंसान
मामले की शुरुआत तब हुई जब एक युवती की बहन ने मणिपुर थाने में 21 जून को रिपोर्ट दर्ज कराई। युवती होटल में काम करती थी, लेकिन 19 जून को अज्ञात नंबर से बहन को कॉल आया कि “तुम्हारी बहन मेरे पास है, एक लाख रुपये दो, तभी वापस मिलेगी।” इसके बाद पीड़िता से बात कराई गई, जिससे बड़ा खुलासा हुआ।
झांसे में लेकर उत्तरप्रदेश पहुंचाया
जांच में सामने आया कि आरोपी काबिल अंसारी (गांव बांहोकुदा, झारखंड) ने पत्नी हीना, सास रामेश्वरी और अन्य साथियों के साथ मिलकर युवती को अधिक पैसे का काम दिलाने का झांसा देकर उत्तरप्रदेश ले गया। वहां औरैया जिले में सुरेन्द्र कुशवाहा नामक व्यक्ति ने आरोपी से संपर्क किया और युवती को “शादी” के लिए 70 हजार रुपये में खरीद लिया।
मंदिर में जबरन विवाह और फिर दुष्कर्म
युवती की इच्छा के विरुद्ध उसे मंदिर में सुमित राठौर नामक युवक से जबरन शादी करवा दी गई। आरोप है कि शादी के बाद सुमित और उसके पिता राकेश राठौर दोनों ने पीड़िता से दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उसे मारपीट कर बंधक बनाया गया। मोबाइल छीन लिया गया ताकि किसी से संपर्क न हो सके।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार अग्रवाल के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने झारखंड, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में छापेमारी कर सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से चार मोबाइल फोन, पीड़िता का मोबाइल और 3100 रुपये नगद जब्त किए गए हैं।सभी आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 137(2), 140(3), 142, 144(2), 64(2)(ड), 69 के तहत मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया
गिरफ्तार आरोपी इस प्रकार हैं:
1. काबिल अंसारी
2. हीना (पत्नी)
3. रामेश्वरी (सास)
4. सुरेन्द्र कुशवाहा (भिंड, मप्र)
5. सकील खान (कानपुर)
6. सुमित राठौर (पति)
7. राकेश राठौर (सुमित का पिता)
इस कार्रवाई में मणिपुर थाना प्रभारी अश्वनी सिंह, महिला थाना प्रभारी सुनीता भारद्वाज सहित कई अधिकारी-कर्मचारी सक्रिय भूमिका में रहे।