अंबिकापुर,दुबई, यूएई: मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में सक्रिय योगदान देने वाली काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट श्रुति अग्रवाल को हाल ही में दुबई में आयोजित तीसरे अंतर्राष्ट्रीय न्यूरोलॉजी, न्यूरोसाइंस और मानसिक स्वास्थ्य सम्मेलन में वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उन्होंने सम्मेलन का संचालन भी किया।श्रुति अग्रवाल सरगुजा के छोटे से कस्बे बतौली की निवासी हैं। वे मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट के तौर पर कार्यरत हैं।
श्रुति ने अपने शोध-पत्र “कैंसर और भावनात्मक स्वास्थ्य: पारिवारिक समर्थन की भूमिका का विश्लेषण” के माध्यम से कैंसर से जूझ रहे मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रकाश डाला, और बताया कि परिवार का सहयोग किस प्रकार उनके उपचार और संपूर्ण जीवन गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
सम्मेलन में विश्वभर से आए विशेषज्ञों के बीच श्रुति की प्रस्तुति को उसकी गहराई, व्यावहारिकता और संवेदनशील दृष्टिकोण के लिए विशेष रूप से सराहा गया। उन्होंने जिस सत्र का संचालन किया, उसमें संवाद को सहज, प्रभावशाली और ज्ञानवर्धक बनाए रखने में उनकी भूमिका उल्लेखनीय रही।
अपने अनुभव को साझा करते हुए श्रुति ने कहा,
“इस अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपने विचार प्रस्तुत करना और सत्र का संचालन करना मेरे लिए एक अत्यंत समृद्ध, प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक अनुभव रहा। मैं आभारी हूँ कि मुझे इस स्तर पर संवाद का हिस्सा बनने और मानसिक स्वास्थ्य पर अपनी बात रखने का अवसर मिला।”
इस भागीदारी ने वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य विमर्श में भारत की सकारात्मक और सार्थक उपस्थिति को और मजबूत किया है। श्रुति अग्रवाल लगातार समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और समावेशी, संवेदनशील दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत हैं।