अंबिकापुर: एनएसयूआई छत्तीसगढ़ के प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आयोजित CGSET 2024 परीक्षा के परिणाम अब तक घोषित नहीं हुए हैं, और इस देरी ने प्रदेश के हजारों युवाओं को मानसिक तनाव और असमंजस की स्थिति में डाल दिया है। यह स्थिति भाजपा सरकार की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैये को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
जब युवा कड़ी मेहनत कर भविष्य गढ़ने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, तो सरकार का यह दायित्व बनता है कि वह समय पर और पारदर्शी ढंग से प्रक्रिया को पूरा करे। लेकिन CGSET 2024 के परिणामों में हो रही यह अनावश्यक लेटलतीफी न केवल प्रशासनिक अक्षमता को उजागर करती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि भाजपा सरकार को युवाओं की चिंता नहीं है। एक तरफ स्कूलों को बंद किया जा रहा हजारों की संख्या में शिक्षकों की युक्तिकरण किया जा रहा जिससे कइयों के नौकरी करने में दिक्कत हो रही है नई नौकरी निकल नहीं रही है और जिसमें छात्रों युवाओं ने परीक्षा दिया है तो साल भर लग जा रहे परिणाम निकलने में सरकार प्रदेश में स्वास्थ, शिक्षा, युवाओं के भविष्य की चिंता न करके प्रदेश में शराब दुकानों को वृद्धि करने में जुटी है आखिर ये कैसा सुशासन है जिसमें शिक्षा के मंदिरों को बंद करके शराब के दुकानों को बढ़ाने में लगी है युवा नशे में रहे ताकि उन्हें नौकरी या अन्य की चिंता न रहे ऐसे सुशासन का हम पुरजोर विरोध करेंगे
हिमांशु ने आगे कहा कि युवा कांग्रेस ,एनएसयूआई यह मांग करती है कि CGSET 2024 का रिजल्ट अविलंब जारी किया जाए युक्तिकरण को बंद किया जाए शराब दुकानों के पुन निरीक्षण कर रिहायशी इलाकों से दूर खोला जाए जिसे आमजनों को दिक्कत न हो हम प्रदेश के युवाओं के साथ खड़े हैं और उनके अधिकारों की आवाज़ बुलंद करते रहेंगे।
छत्तीसगढ़ के युवा अब जाग चुके हैं – जवाब मांगेंगे।.