अंबिकापुर: पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव के कोठीघर परिसर में रखी गई पीतल की हाथी की मूर्ति चोरी के मामले में कोतवाली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चोरी की गई मूर्ति की कीमत लगभग 35 हजार रुपये आंकी गई है, जिसे बरामद कर लिया गया है। आरोपी मूर्ति को टुकड़े-टुकड़े कर बेचकर झारखंड से 220 नशीले इंजेक्शन खरीद लाए थे।
जानकारी के अनुसार थाना कोतवाली में प्रार्थी राज सोनी निवासी ब्रम्हपारा द्वारा 4 अगस्त को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि वह कोठीघर में मैनेजर का कार्य करता है और पोर्च में रखी पीतल की हाथी की मूर्ति 3 अगस्त की रात अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर ली गई। पुलिस ने अपराध क्रमांक 531/25 धारा 331(4), 305(ए) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ की।
मुखबिर से सूचना मिली कि मो. शरिफउल्ला खान (27) और मो. राजूल अंसारी (27), दोनों निवासी मोमिनपुरा, चोरी की मूर्ति को नशे के इंजेक्शन खरीदने के लिए कबाड़ी को बेच चुके हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को खैरबार रोड से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि मूर्ति चुराकर उसे कटर मशीन से काटा गया और 18 किलो पीतल इमरान मलीक नामक कबाड़ी को 7200 रुपये में बेचा गया। इससे अर्जित धन से वे झारखंड गए और 220 नशीले इंजेक्शन खरीद लाए, जिनमें से 200 अब भी उनके पास थे।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर कबाड़ी इमरान मलीक (20) निवासी मेरठ, हाल निवासी दर्रीपारा अंबिकापुर और बिरयानी दुकान संचालक शाकीर हुसैन (42) को भी गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 317(2), 3(5) बीएनएस की अतिरिक्त धाराएं जोड़ते हुए उन्हें न्यायालय में पेश किया गया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार, उपनिरीक्षक सम्पत पोटाई, प्रधान आरक्षक अजय पांडेय सहित पुलिस टीम की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस द्वारा आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त लोगों पर लगातार सख्त कार्यवाही की जा रही है।