अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और उनसे जुड़े अस्पतालों में मीडिया की रिपोर्टिंग पर लगाई गई रोक के खिलाफ आज अंबिकापुर में पत्रकारों ने जोरदार प्रदर्शन किया। राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव चिकित्सा महाविद्यालय परिसर में आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में सरगुजा प्रेस क्लब के बैनर तले जुटे पत्रकारों ने सरकार के आदेश की प्रतियां जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया।
गौरतलब है कि राज्य के चिकित्सा शिक्षा विभाग ने हाल ही में एक आदेश जारी किया था, जिसमें मीडिया कर्मियों के मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में बिना अनुमति प्रवेश करने और समाचार संकलन करने पर प्रतिबंध लगाया गया था। आदेश में स्पष्ट किया गया था कि किसी भी प्रकार की रिपोर्टिंग से पहले संबंधित अस्पताल प्रबंधन से अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
पत्रकारों ने इस आदेश को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला बताते हुए इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और निष्पक्ष पत्रकारिता पर सीधा प्रहार करार दिया है। प्रदर्शनकारी पत्रकारों ने कहा कि ऐसे प्रतिबंध मीडिया की निगरानी भूमिका को कमजोर करने की कोशिश है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विरोध तेज होते देख प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने 18 जून को मीडिया के माध्यम से बयान जारी कर आदेश को रद्द करने की बात कही थी। हालांकि, अभी तक सरकार की ओर से इस संबंध में कोई लिखित आदेश जारी नहीं किया गया है, जिससे असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
इसी क्रम में अंबिकापुर के पत्रकारों ने आज मेडिकल कॉलेज के डीन को ज्ञापन सौंपते हुए आदेश को औपचारिक रूप से रद्द करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही लिखित आदेश नहीं आता है, तो विरोध को और व्यापक किया जाएगा।
मीडिया की स्वतंत्रता और जनहित से जुड़ी खबरों के अधिकार को बनाए रखने के लिए प्रदेश भर में पत्रकार एकजुट नजर आ रहे हैं। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या अगला कदम उठाती है।